शक्तिनगर तालाब शिव जी 🚩 और श्याम बाबा मंदिर

शक्ति नगर तालाब (शिव प्रतिमा) इस जगह की दूरी आप देखे तो दुर्ग रेलवे स्टेशन से महज 3 किमी की दूरी पर है । यह आने के लिए आपको ग्रीन चौक होते हुए ओवर ब्रिज पार करके धमधा रोड पर आना है, फिर आयुर्वेदिक हॉस्पिटल (धमधा नाका मोर्चा पॉइंट) से राइट लेना है आगे आपको जवाहर नगर चौक मिलेगा जहाँ पर बड़ा सा प्रवेश द्वार भी बना है वहाँ से लेफ्ट, सीधे थोड़ी दूर में ही यह तालाब है ।
इस जगह की स्थिति की बात करे तो यह शक्तिनगर तालाब के नाम से जाना जाता है, पर यह जो है एक तरफ से शांति नगर से लगा हुआ है एक तरफ शक्ति नगर से और एक तरफ कादम्बरी नगर से जुड़ा हुआ है । तालाब का जो मुख्य द्वार है वह कादम्बरी नगर की तरफ है ।
जब आप यह पहुचेंगे तो देखेंगे कि काफी बड़ा तालाब है । तालाब के किनारे आपको माँ शीतला मंदिर भी मिलेगा और भी कई छोटे छोटे मंदिर तालाब के किनारे बने हुए है, तालाब के चारो ओर पेड़ लगे हुए है जो इसकी खूबसूरती पर चार चाँद लगा देते है । अंदर जाने के लिए प्रेवश द्वार बना हुआ है, जहाँ से शिव जी की प्रतिमा तक जाने के लिए पुल बना हुआ है, जो कि इस जगह को खास और देखने लायक बनाता है । 
पुल की लंबाई लगभग 150 से 200 मीटर के बीच होगी । पुल पर किनारो में दोनों तरफ सेफ्टी के लिये रेलिंग्स लगे हुए है । दूर से देखने पर शिव जी की प्रतिमा काफी छोटी दिखाई देती है, पर करीब से जा कर देखने से पता चलता है कि यह कितना विशाल है । शिव जी के चारो तरफ आप एक चक्कर भी लगा सकते है, चारो तरफ भी रेलिंग्स लगे हुए है एक तरफ सीढ़ी बनी हुई है जहाँ से शिवलिंग में चढ़ाने के लिए उतरकर तालाब से पानी ले सकते है । शाम का यहॉ का नज़ारा बहुत ही मनमोहक होता है  आपको कभी अगर यहाँ आना हो तो मैं कहूंगा सही समय शाम का ही है ।
 तालाब की विस्तृत जानकारी के लिए हमने इस वार्ड के पार्षद श्री देवनारायण चंद्राकर जी से बातचीत की उन्होंने बताया कि तालाब का सौन्दर्यकरण और शिव जी की इस विशाल प्रतिमा का निर्माण सन 2011 में हुआ । उनके द्वारा मंदिर निर्माण की लागत 14 लाख रुपये बताई गई । इस मंदिर को बनाने का उद्देश्य यह था कि हमारे दुर्ग शहर को इस मंदिर के जरिये एक नई पहचान मिले ।                                                                   
  
श्री श्याम बाबा मंदिर (कादम्बरी नगर) - श्री श्याम बाबा मंदिर शिव जी की जो प्रतिमा है वहां से लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित है । मंदिर पर सामने प्रवेश द्वार बना हुआ है । मंदिर के अंदर प्रवेश करते ही आप पाएंगे बहुत ही खूबसूरत मंदिर है, जहा चारो ओर कांच से काफी खूबसूरत नक्काशी की गई है । दिवालो पर श्री कृष्ण जी की लीलाओं का सचित्र वर्णन भी है । मंदिर में श्री श्याम बाबा के साथ माँ भवानी और श्री हनुमान जी विराजमान है ।
मंदिर के ट्रस्टी श्री किशोरी लाल सिंघानिया जी ने बताया कि मंदिर का निर्माण सन 2008 में हुआ था । हर वर्ष मंदिर में श्री कृष्ण जन्मास्टमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, जन्मास्टमी विभिन्न तरह के आयोजन भी किए जाते है।
अगर आप कभी श्री वल्लभाचार्य मंदिर चंपारण (महासमुंद) गए होंगे तो यह मंदिर आपको वहाँ की याद दिलाएगा । जैसे वहाँ मंदिर की दीवारों पर कांच की नक्काशी की गई है वैसे ही कलाकारी यह के मंदिर के दीवारों पर भी आपको देखने को मिलेगी ।
श्याम मंदिर के बगल में ही एक गायत्री मंदिर भी है आप वहाँ भी दर्शन हेतु जा सकते है ।

यहाँ से हमारे यूट्यूब वीडियो का आनंद ले -


Comments

Popular posts from this blog

"लता मंगेशकर : नागपुर से भंडारा रोड"

Mainpaat tour Tiger point, Buddha Temple, Jaljali, Ultapani ,Mahmaya Mandir, Oxygen Point